प्रकृति के 12 दिव्य सर्वव्यापक कानून
1. दिव्य एकता का कानून: दिव्य एकता का कानून हमें यह समझने में मदद करता है कि हम ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां सब कुछ सब कुछ से जुड़ा हुआ है। हम जो भी करते हैं, कहते हैं, सोचते…
जब तुम किसी के प्रेम में उतरते हो तभी जान पाते हो |
जब तुम किसी के प्रेम में उतर जाते हो–वह कोई भी हो, मित्र हो, मां हो, पति हो, पत्नी हो, प्रेयसी हो, प्रेमी हो, बच्चा हो, बेटा हो, तुम्हारी गाय हो, तुम्हारे बगीचे में खड़ा हुआ वृक्ष हो, तुम्हारे द्वार…
सद्गुरु उद्धरण
हम में से कई को कुछ या कुछ 'अनुभव' मांगकर खुशी मिल रही है जो हमें खुश करेगी। जॉय हमेशा भविष्य में मौजूद प्रतीत होता है। लेकिन अगर हम बारीकी से देखते हैं, तो हम पाएंगे कि कुछ ऐसे हैं…
जीवन में एक ही बात सीखने जैसी है और वह है जागना
जापान में एक राजा ने अपने युवा लड़के को एक फकीर के पास भेजा। फकीर गांव में आया था, राजधानी में और फकीर ने कहा था, जीवन में एक ही बात सीखने जैसी है और वह है जागना। उस राजा…
जीना पड़ेगा उस मार्ग पर, जहां से जीवन जाता है और वह मार्ग है जागरुकता – ओशो
जापान में एक राजा ने अपने युवा लड़के को एक फकीर के पास भेजा। फकीर गांव में आया था, राजधानी में और फकीर ने कहा था, जीवन में एक ही बात सीखने जैसी है और वह है जागना। उस राजा…
ध्यान को स्थिर करने के लिए एक सरल साधना – सद्गुरु
किसी खास दिशा में ध्यान स्थिर रखने के लिए सबसे पहले उन सभी गलत और मिथ्या धारणाओं को खत्म करना होगा, जो हमारे भीतर बनी हुई हैं। इसका मतलब हुआ कि अपने हर विश्वास को उठाकर एक तरफ रख…
ज्ञानी ज्ञान से और इच्छादि से मुक्त करते हैं
बहाउद्दीन एक सूफी फकीर हुआ। जिस महानगरी में वह था, उसका सबसे बड़ा धनी व्यक्ति बहाउद्दीन के पास आता था और कहता था कि तुम सूर्य हो पृथ्वी पर! अंधेरा तुम्हें देख कर दूर हट जाता है! बहाउद्दीन हंसता था।…
पूर्वभव की स्मृति – ओशो
अंग्रेजी में एक शब्द है: देजावुह। उसका अर्थ होता है: पूर्वभव की स्मृति का अचानक उठ आना। कभी-कभी तुम्हें भी देजावुह होता है। कल रात ही एक युवा संन्यासी मुझसे बात कर रहा था। उसने बार-बार मुझे पत्र लिखे,…