एक 24 वर्षीय लड़का – ्रेरक कहानी
ट्रेन की खिड़की से बाहर निकलने वाला एक 24 वर्षीय लड़का चिल्लाया … “पिताजी, देखो पेड़ पीछे जा रहे हैं!” पिताजी मुस्कुराए और एक युवा जोड़े ने पास बैठे, 24 वर्षीय बचपन के व्यवहार को करुणा के साथ देखा, अचानक…
सब खेल उसका, सब द्वंद्व उसके, सारी लीला उसकी।
मैंने सुना है, एक पत्थरों की ढेरी लगी थी एक राजमहल के पास, एक बच्चा खेलता हुआ निकला, उसने एक पत्थर उठाकर राजमहल की खिड़की की तरफ फेंका। फेंका तो बच्चे ने था, लेकिन पत्थर का भी अहंकार होता है।…
आदमी बीज की भांति पेैदा होता है – ओशो
मनुष्य के संबंध में एक बात समझ लेनी जरूरी है: और सारे पशु पूरे के पूरे पैदा होते हैं, आदमी बीज की भांति पैदा होता है, पूरा का पूरा पैदा नहीं होता। यह आदमी की गरिमा भी है और उसके…
जीवन में एक ही बात सीखने जैसी है और वह है जागना
जापान में एक राजा ने अपने युवा लड़के को एक फकीर के पास भेजा। फकीर गांव में आया था, राजधानी में और फकीर ने कहा था, जीवन में एक ही बात सीखने जैसी है और वह है जागना। उस राजा…
जीना पड़ेगा उस मार्ग पर, जहां से जीवन जाता है और वह मार्ग है जागरुकता – ओशो
जापान में एक राजा ने अपने युवा लड़के को एक फकीर के पास भेजा। फकीर गांव में आया था, राजधानी में और फकीर ने कहा था, जीवन में एक ही बात सीखने जैसी है और वह है जागना। उस राजा…
पूर्वभव की स्मृति – ओशो
अंग्रेजी में एक शब्द है: देजावुह। उसका अर्थ होता है: पूर्वभव की स्मृति का अचानक उठ आना। कभी-कभी तुम्हें भी देजावुह होता है। कल रात ही एक युवा संन्यासी मुझसे बात कर रहा था। उसने बार-बार मुझे पत्र लिखे,…