शरीर सुंदर वाहन है, इसकी निंदा न करें। – ओशो
यहां बहुत सी बुनियादी बातें समझने जैसी हैं। एक, तुम तुम्हारा शरीर हो। अभी तुम सिर्फ शरीर हो, और कुछ नहीं हो। तुम्हें आत्मा वगैरह के बारे में ख्याल होंगे, लेकिन वे खयाल ही हैं। जैसे तुम अभी हो, शरीर…
क्या दीए की रोशनी से मिट पाएगा यह अंधेरा?
यह अंधेरा कब तक रहेगा? जब तक तुमने स्वयं को शरीर माना है, यह अंधेरा रहेगा। जब तक दीया है, तक तक अंधेरा रहेगा। ज्योति अकेली हो, फिर उसके नीचे कोई अंधेरा नहीं रहेगा। ज्योति सहारे से है। थोड़ी देर…
एक मुसलमान सूफी फकीर की अद्भुत कहानी
एक मुसलमान सूफी फकीर ने एक रात्रि स्वप्न देखा कि वह स्वर्ग में पहुंच गया है और उसने वहां यह भी देखा कि स्वर्ग में बहुत बड़ा समारोह मनाया जा रहा है। सारे रास्ते सजे हैं। बहुत दीप जले हैं।…
गुर्जिएफ़्फ़ सिस्टम के नियम जिन्हे जानकर आप आचार्यचकित हो जाएगे
दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहे है गुर्जिएफ़्फ़ सिस्टम के नियम जिन्हे जानकर आप आचार्यचकित हो जाएगे| गुरजिएफ का कहेना है की….. 🔲 प्रकृति ने मनुष्य को एक निश्चित बिंदु तक विकसीत किया है… या प्रकृती ने अपनी आवश्यकता पर…
नानक ने परमात्मा को गा-गा कर पाया। गीतों से पटा है मार्ग नानक का
एक अंधेरी रात। भादों की अमावस। बादलों की गड़गड़ाहट। बीच-बीच में बिजली का चमकना। वर्षा के झोंके। गांव पूरा सोया हुआ। बस, नानक के गीत की गूंज। रात देर तक वे गाते रहे। नानक की मां डरी। आधी रात से…
ध्यान में उतरने से पहले ये जरूर करे |
क्या अापने कभी खुले मष्तिष्क से यह देखने की कोशिश की है कि,क्यूं सारी दुनिया भाग रही है?अगर अाज कोई जिज्ञासू खुले दिमाग से सोचकर देखने की कोशिष करेगा…तो जीवन की biology को देखेगा तो अाश्चर्य चकित होगा अाज थोडा…
हेनरी फोर्ड की एक लेखक को सीख
हेनरी फोर्ड एक दुकान में गया, एक किताब खरीदी। जब वह किताब देख रहा था, तो किताब थी: हाउ टु ग्रो रिच, कैसे अमीर हो जाएं। हेनरी फोर्ड तो अमीर हो चुका था, फिर भी उसने सोचा कि शायद कोई…
आदमी बहुत अदभुत है। जन्म-जन्म तक शब्दों में जीता है|
एक बहुत बड़े मनोवैज्ञानिक ने बहुत धन कमा लिया। उसने सोचा कि अब विश्राम करें। तो एक गांव में उसने शौकिया जमीन ले ली। खेती-बाड़ी करके कुछ कमाने का सवाल न था। कमाई अब जरूरत से ज्यादा हो चुकी थी।…
भय में जीना
तुम किसी स्त्री से प्रेम करते हो और प्रेम के साथ, उसी पैकेज में भय आता है: कि वह तुम्हें छोड़ देगी। वह पहले भी किसी को छोड़ चुकी है और फिर तुम्हारे साथ आई है। ऐसा घटा है; शायद…
पूरे को पाने के लिए पूरे चुकाना पड़ता है.- ओशो
जीवन में एक ही आनंद है, वह परमात्मा से मिलने का आनंद है। और भी जो आनंद कभी आनंद जैसे मालूम पड़ते हैं, जाने-अनजाने परमात्मा से मिलने के कारण ही होते हैं। सुबह सूरज उगता है; प्राची पर लाली फैल जाती है; पक्षी गीत…