Hindi Story,  Motivational

हेनरी फोर्ड की एक लेखक को सीख

जीवन एक संगीत - हिंदी कहानी

हेनरी फोर्ड एक दुकान में गया, एक किताब खरीदी।

जब वह किताब देख रहा था, तो किताब थी: हाउ टु ग्रो रिच, कैसे अमीर हो जाएं।

हेनरी फोर्ड तो अमीर हो चुका था, फिर भी उसने सोचा कि शायद कोई और बातें इसमें हों।

और तभी दुकानदार ने कहा कि फोर्ड महोदय, आप बड़े आनंदित होंगे, इस किताब का लेखक भी दुकान में भीतर है। वह कुछ काम से आया हुआ है, हम आपको उससे मिला देते हैं। उससे सारी बात बिगड़ गई।

वह लेखक बाहर आया। हेनरी फोर्ड ने उसे नीचे से ऊपर तक देखा और कहा कि यह किताब वापस ले लो, यह मुझे खरीदनी नहीं है। वह दुकानदार हैरान हुआ कि आप क्या कह रहे हैं! इस किताब की लाखों कापियां बिक चुकी हैं।

वह कितनी ही बिक चुकी हों, लेकिन लेखक को देख लिया, अब किताब को क्या करें! कोट फटा था; हाउ टु ग्रो रिच किताब लिखी है उन्होंने! हेनरी फोर्ड ने पूछा कि अपनी ही कार से आए हो कि बस में आए हो? लेखक ने कहा, आया तो बस में ही हूं।

तो हेनरी फोर्ड ने कहा कि मैं फोर्ड हूं, और कभी कार की जरूरत पड़े तो मेरे पास आना, सस्ते में निपटा दूंगा। लेकिन अभी ये किताबें मत लिखो। क्योंकि जिस सलाह से तुम नहीं कुछ पा सके, उससे कोई और क्या पा सकेगा ?

जिंदगी बड़ी जटिल है। अगर आपको न मिला हो आनंद तो अपने बेटे को अपना ढांचा मत देना। अगर आपको न मिला हो आनंद तो अपनी सलाह किसी को मत देना। वह जहर है। उसी सलाह के आप परिणाम हैं.

 

दोस्तों अगर आपको ये पोस्ट पसंद आयी हो तो शेयर करना न भूले |

आप भी अपनी कोई कहानी ,ध्यान विधी हमे भेज सकते है या फिर GUEST POST सेक्शन मै डाल सकते है । अपनी कहानी पोस्ट करने क लिए ईमेल भी कर सकते है हम आपकी स्टोरी जीवन एक संगीत पर पोस्ट करेंगे । अपनी कहानी पोस्ट करने क लिए himanshurana.in@gmail.com पर ईमेल करे |

आप अपनी स्टोरी की फोटो भी क्लिक करके हमे भेज सकते है इस ईमेल पर : himanshurana.in@gmail.com

This site is using SEO Baclinks plugin created by Locco.Ro

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *