ओशो के विचार
मोक्ष शब्द भी समझने जैसा है। इसका अर्थ है, दूसरे से मुक्ति। काम में पड़ो, तो दूसरे में बंधना पड़ता है। यही तो पीड़ा है प्रेम की। दूसरे के बिना हल नहीं होता। और जिसके बिना हल नहीं होता, उस…
मोक्ष शब्द भी समझने जैसा है। इसका अर्थ है, दूसरे से मुक्ति। काम में पड़ो, तो दूसरे में बंधना पड़ता है। यही तो पीड़ा है प्रेम की। दूसरे के बिना हल नहीं होता। और जिसके बिना हल नहीं होता, उस…