नानक ने परमात्मा को गा-गा कर पाया। गीतों से पटा है मार्ग नानक का
एक अंधेरी रात। भादों की अमावस। बादलों की गड़गड़ाहट। बीच-बीच में बिजली का चमकना। वर्षा के झोंके। गांव पूरा सोया हुआ। बस, नानक के गीत की गूंज। रात देर तक वे गाते रहे। नानक की मां डरी। आधी रात से…