इस विधि को एक सप्ताह तक करने से आप अपना जीवन बदल सकते हैं
दोस्तों हमारे आसपास के अधिकांश लोग समस्याओं का सामना कर रहे हैं। हम सभी नकारात्मक लोगों और परिवेश से आच्छादित हैं। लेकिन जीवन इस बारे में नहीं है। यह नकारात्मकता कुछ भी नहीं है यह सिर्फ हमारे द्वारा बनाया गया…
शिव का व्यक्तित्व
शिव के व्यक्तित्व में हमने समस्त शक्तियों को स्थापित किया है। अमृत है उनका जीवन।. मृत्युंजय हैं वह, लेकिन जहर उनके कंठ में है। इसलिए नीलकंठ हम उनको कहते हैं। उनके कंठ में जहर भरा हुआ है। जहर पी गये…
आनंदमग्न होने की विधि – ओशो
मनुष्य दो ढंग से जी सकता है। या तो अस्तित्व से अलग-थलग, या अस्तित्व के साथ एकरस। अलग-थलग जो जीएगा, दुख में जीएगा–चिंता में, संताप में। यह स्वाभाविक है। क्योंकि अस्तित्व से भिन्न होकर जीने का अर्थ है: जैसे कोई…
प्रेम है स्टेट ऑफ माइंड
प्रेम स्वभाव की बात है। संबंध की बात नहीं है। प्रेम रिलेशनशिप नहीं है। प्रेम है स्टेट ऑफ माइंड मनुष्य के व्यक्तित्व का भीतरी अंग है। प्रेमपूर्ण आदमी प्रेमपूर्ण होता है। आदमी से कोई संबंध नहीं है उस बात का।…
आदमी अकेला उसके खिलाफ लड़ता है। इसलिए थकता है, टूटता है, जराजीर्ण होता है। अगर जीवन एक संघर्ष है तो यह होगा ही।
संसार की पूरी दौड़ के बाद आदमी के चेहरे को देखो, सिवाय थकान के तुम वहां कुछ भी न पाओगे। मरने के पहले ही लोग मर गए होते हैं। बिलकुल थक गए होते हैं। विश्राम की तलाश होती है कि…
जो मांगता ही चलता है….
एक शहर में एक नई दुकान खुली। जहां कोई भी युवक जाकर अपने लिए एक योग्य पत्नी ढूंढ़ सकता था। एक युवक उस दुकान पर पहुंचा। दुकान के अंदर उसे दो दरवाजे मिले। एक पर लिखा था, युवा पत्नी; और…
एक किसान की प्रेरक कहानी
एक किसान ने बड़े दिन तक परमात्मा से पूजा की, प्रार्थना की। परमात्मा ने दर्शन दिये, तो उसके सामने कहा कि बस, मुझे एक ही बात तुमसे कहनी है। तुम्हें किसानी नहीं आती। बेवक्त बादल भेज देते हो। जब बादल…
अपने जीवन मै कभी बीच का रास्ता न अपनाए – सद्गुरु जग्गी वासुदेव
अगर आप अभी मौजूदा चीजों के साथ जुड़ जाते हैं और जो नहीं है, उसकी कल्पना नहीं करते, तो फिर आपके भीतर डर की कोई गुंजाइश ही नहीं बचेगी। आप जीवन का भरपूर आनंद तभी ले सकते हैं। आप अपने…
अच्छी यादों का मज़ा लें, देखें क्या होता है
जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं, हमारी यादों का खजाना बढ़ता जाता है। हमारी यादें जीवन की हर चीज की तरह अच्छे और बुरे, सकारात्मक और नकारात्मक का संगम होती हैं। यादें अतीत के अनुभवों के एक भंडार से…
ऐसी क्या बात थी बुद्ध में कि आज असंख्य लोग उनकी वंदना करते हैं
बुद्ध कितने सरल दिखते हैं, तन पर एक मात्र वस्त्र, हाथ में एक मात्र भिक्षापात्र। पर ऐसी क्या बात थी उनमें कि आज असंख्य लोग उनकी वंदना करते हैं। असंख्य लोग उनके पथ का अभ्यास करते हैं। ऐसी क्या बात…