हमारी भौतिक देह के साथ और छह काया जुड़ी हुई है
वास्तव में हमारी भौतिक देह के साथ और छह काया जुड़ी हुई है। उसमें से जो तीसरा शरीर जो है वह शूक्ष्म शरीर है। महावीर कहते थे,”वह जो सूक्ष्म शरीर है उस मे सूखी रेखाए बन जाती है उसकी ,जो…
ध्यान विधि “वर्तमान में जीना”
अभी रात जब आप सोएं, तो स्मरणपूर्वक यह खयाल लेकर सोएं कि जो बीत गया, वह बीत गया और इन तीन दिनों में मैं बीते हुए को बार-बार मन पर नहीं लौटने दूंगा। इन तीन दिनों में जो सामने होगा…
ध्यान में उतरने से पहले ये जरूर करे |
क्या अापने कभी खुले मष्तिष्क से यह देखने की कोशिश की है कि,क्यूं सारी दुनिया भाग रही है?अगर अाज कोई जिज्ञासू खुले दिमाग से सोचकर देखने की कोशिष करेगा…तो जीवन की biology को देखेगा तो अाश्चर्य चकित होगा अाज थोडा…
ध्यान के संबंध में दो-तीन बातें समझ लें और फिर हम ध्यान का प्रयोग करें|
ध्यान के संबंध में दो-तीन बातें समझ लें और फिर हम ध्यान का प्रयोग करें। पहली बात तो यह समझ लेनी जरूरी है कि ध्यान का श्वास से बहुत गहरा संबंध है। साधारणतः देखा होगा, क्रोध में श्वास एक प्रकार…
नियमित ध्यान – ध्यान करना न छोड़ें
यहां तक कि अगर आपको भोजन करना छोड़ना पड़े, तो छोड़ दें … लेकिन ध्यान करना न छोड़ें !! आप जितने अधिक नियमित होंगे ध्यान के लिए, उतनी अधिक गहराई आप प्राप्त करेंगे। ध्यान ऐसी नाजुक घटना है कि.. इसके…
ध्यान क्या है?
इस छोटी सी घटना को समझें। चांग चिंग के संबंध में कहा जाता है, वह बड़ा कवि था, बड़ा सौंदर्य-पारखी था। कहते हैं, चीन में उस जैसा सौंदर्य का दार्शनिक नहीं हुआ। उसने जैसे सौंदर्य-शास्त्र पर, एस्थेटिक्स पर बहुमूल्य ग्रंथ…
एक सरल ध्यान विधि – सप्ताह के ध्यान
यह ध्यान विधि बहुत सरल और आसान है | यहां प्रभावी निष्क्रिय विधि हैं। और याद रखें, आपको नियमित रूप से घुमाए गए “सप्ताह के ध्यान” में बहुत कुछ मिलेगा। एक शांत जगह पर बैठ जाए | और नीचे दिए…
ध्यान को स्थिर करने के लिए एक सरल साधना – सद्गुरु
किसी खास दिशा में ध्यान स्थिर रखने के लिए सबसे पहले उन सभी गलत और मिथ्या धारणाओं को खत्म करना होगा, जो हमारे भीतर बनी हुई हैं। इसका मतलब हुआ कि अपने हर विश्वास को उठाकर एक तरफ रख…