जब तुम किसी के प्रेम में उतरते हो तभी जान पाते हो |
जब तुम किसी के प्रेम में उतर जाते हो–वह कोई भी हो, मित्र हो, मां हो, पति हो, पत्नी हो, प्रेयसी हो, प्रेमी हो, बच्चा हो, बेटा हो, तुम्हारी गाय हो, तुम्हारे बगीचे में खड़ा हुआ वृक्ष हो, तुम्हारे द्वार…
निर्णय हमारे वश में है
मान लीजिए आप चाय का कप हाथ मे लिए खड़े हैं और कोई आपको धक्का दे देता है,तो क्या होता है ?आपके कप से चाय छलक जाती है। अगर आप से पूछा जाए कि आप के कप से चाय क्यों…
डूबता जहाज एक प्रेरक कहानी
एक प्रोफेसर अपनी क्लास में कहानी सुना रहे थे, जोकि इस प्रकार है – एक बार समुद्र के बीच में एक बड़े जहाज पर बड़ी दुर्घटना हो गयी. कप्तान ने शिप खाली करने का आदेश दिया. जहाज पर एक युवा…
ओशो के विचार
मोक्ष शब्द भी समझने जैसा है। इसका अर्थ है, दूसरे से मुक्ति। काम में पड़ो, तो दूसरे में बंधना पड़ता है। यही तो पीड़ा है प्रेम की। दूसरे के बिना हल नहीं होता। और जिसके बिना हल नहीं होता, उस…
अहंकार को मारने का उपाय – ओशो
इसे खूब गहराई में पकड़ लो, क्योंकि यही चाबी है, जो लगती है। अहंकार अगर हो, तो क्रोध पैदा होता है। अहंकार अगर हो, तो मोह पैदा होता है। अहंकार अगर हो, तो लोभ पैदा होता है। अहंकार न हो,…
एक 24 वर्षीय लड़का – ्रेरक कहानी
ट्रेन की खिड़की से बाहर निकलने वाला एक 24 वर्षीय लड़का चिल्लाया … “पिताजी, देखो पेड़ पीछे जा रहे हैं!” पिताजी मुस्कुराए और एक युवा जोड़े ने पास बैठे, 24 वर्षीय बचपन के व्यवहार को करुणा के साथ देखा, अचानक…
सुनहरा पत्ते
एक बार जब ज़ेन मास्टर जापान के राजा को बागवानी की कला सिखा रहा था। तीन साल के शिक्षण के बाद उन्होंने कहा, “अब मैं आऊंगा और अपने बगीचे को देखूंगा – यह जांच होगी कि आपने इन तीन वर्षों…
ध्यान क्या है?
इस छोटी सी घटना को समझें। चांग चिंग के संबंध में कहा जाता है, वह बड़ा कवि था, बड़ा सौंदर्य-पारखी था। कहते हैं, चीन में उस जैसा सौंदर्य का दार्शनिक नहीं हुआ। उसने जैसे सौंदर्य-शास्त्र पर, एस्थेटिक्स पर बहुमूल्य ग्रंथ…
प्रत्येक बच्चा आनंद लेकर पैदा होता है
प्रत्येक बच्चा आनंद लेकर पैदा होता है; और बहुत कम बूढ़े हैं जो आनंद लेकर विदा होते हैं। जो विदा होते हैं उन्हीं को हम बुद्ध कहते हैं। सभी यहां आनंद लेकर जन्मते हैं;आश्र्चर्य विमुग्ध आंखें लेकर जन्मते हैं; आह्लाद…
प्रेम का अर्थ – ओशो
प्रेम सौ बिमारियों का एक ईलाज है , बस प्रेम मे डूबो ,प्रेम में डूबो ,और प्रेम में ही डूबो। तुम कुछ मत करो, सिर्फ प्रेम कर लो.. प्रेम का सार सूत्र क्या है– कि जो तुम अपने लिए चाहते…